कुछ समय पहले मेजर जनरल रैंक के डिवीजन कमांडर को सब्सिडाइज्ड शराब आम जनता के बेचने का दोषी पाए जाने के बाद नौकरी से डिसमिस किया गया था, यही नहीं बहादुरी मैडल के लालच में सिविलियंस को टोमाटो कैच-अप लगाकर मारे गए आतंकी बताने का दोषी पाए जाने पर आर्मी के एक लेफ्टिनेंट कर्नल की नौकरी भी जा चुकी है।